We lost Muskan ! This blog is dedicated to Muskan, her memories, her collections, her hobbies, lots of unforgettable moments.
Thursday, September 29, 2016
Tuesday, September 27, 2016
Sunday, September 25, 2016
Saturday, September 24, 2016
Friday, September 23, 2016
Thursday, September 22, 2016
Tuesday, September 20, 2016
Sunday, September 18, 2016
Saturday, September 17, 2016
Friday, September 16, 2016
Thursday, September 15, 2016
Wednesday, September 14, 2016
Collection of Water Colour Paintings....!
Di started water colour paintings at the age of 11....! She started with her favourite cartoon characters followed by some beautiful flowers....! In last 2 years she did not get much time but whatever she made is very heart touching....!
The Orange Rose is my Favourite.....!
Tuesday, September 13, 2016
Monday, September 12, 2016
Sunday, September 11, 2016
Di with Pavit Di....!
This is the pic of the party which was held after Investiture Ceremony.......! Di was very excited about Teacher's Day Celebration and Pavit Di had ensured Di to give her favourite teacher's role...!
Di and Pavit Di used to play cricket in their sports period and a few days back Di got cramp in her arm while bowling and the pain sustained for two-three days....!
Saturday, September 10, 2016
Awesome artwork by Di...!
MUSKAN DI made all these sketches in last one year..... A few are incomplete..... She had a great passion for everything she did..... She had planned to make many more but........... :'( :'( :'(
Friday, September 9, 2016
Di and her Favourite Cartoon Characters....!
Di made these drawings when she was 9 years old.....! Mumma framed it using cardboards and fluorescent sheets....! Di decorated her room by putting them on the wall....! Everyone appreciated that and Bharat Uncle wanted the same as he was leaving the garden...!
Di made one more for him and gifted him the next day...! These drawings are still kept in Di's cupboard and the gifted one is still in Bharat Uncle's Guest Room in Assam..!
Thursday, September 8, 2016
Wednesday, September 7, 2016
Poem written by Neelu Chachi.....!
सहज,सादगी और सरलता की
जो प्रतिमूरत थी
माँ बाबा के आँगन की खुशियों
की मुस्कान थी ।
जो प्रतिमूरत थी
माँ बाबा के आँगन की खुशियों
की मुस्कान थी ।
कहाँ चली गयी सूना करके
उस आँगन की फुलवारी को
सुगंध खो गयी उस आँगन की
ओ मेरी बिटिया रानी।
उस आँगन की फुलवारी को
सुगंध खो गयी उस आँगन की
ओ मेरी बिटिया रानी।
माँ का कलेजा फट उठा
बाबा का हृदय काँप उठा
भाई सिसक सिसक कर रोया
तेरे जाने के गम से।
बाबा का हृदय काँप उठा
भाई सिसक सिसक कर रोया
तेरे जाने के गम से।
नाजों से तू पली बढ़ी
जिस प्यार से तुझको पाला था
कहाँ छोड़ चली उस प्यार को
जीवन को सूना कर पगली।
जिस प्यार से तुझको पाला था
कहाँ छोड़ चली उस प्यार को
जीवन को सूना कर पगली।
तेरे चेहरे की वो मुस्कान
सभी को याद आती है
तेरे चेहरे की शांति सबको
सहज बनाती है।
सभी को याद आती है
तेरे चेहरे की शांति सबको
सहज बनाती है।
गुणों की तू मल्लिका थी
विद्या तेरा गहना था
चुप्पी साधे खड़ी हुई भी
उपस्थिति अपनी दशाती थी।
विद्या तेरा गहना था
चुप्पी साधे खड़ी हुई भी
उपस्थिति अपनी दशाती थी।
जन्म दिया जिस माँ ने उसका
बच्चा कभी जुदा न हो
देख वेदना माँ के दिल की
ईश्वर भी रोया होगा।
बच्चा कभी जुदा न हो
देख वेदना माँ के दिल की
ईश्वर भी रोया होगा।
अब तो ईश्वर से यह प्राथॆना
ऐसा गम न देना किसी को
तू ही सम्बल देना प्रभुवर
मुस्कान लौटाना उसकी प्रभुवर।
ऐसा गम न देना किसी को
तू ही सम्बल देना प्रभुवर
मुस्कान लौटाना उसकी प्रभुवर।
जहाँ रहे खुश रहे वो आत्मा
खुशियों का अंबार लगाना
सहज,शांति और सरलता
उसका रहे सदा गहना।
खुशियों का अंबार लगाना
सहज,शांति और सरलता
उसका रहे सदा गहना।
Tuesday, September 6, 2016
Subscribe to:
Posts (Atom)