Tuesday, September 13, 2016

When Di started writing ...!


ये वो अक्षर हैं जो उन नन्हे हाथों ने कभी लिखे...
और इतने सालों से अपने पास संजो कर रखे।

शायद वो जानती थी कि एक दिन उसे परियों के देश लौट जाना है...
और टूट चुके अपनों को यादों का सहारा देना है।
 

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